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    मिज़ोरम में असम के व्यक्ति की हिरासत में मौत के बाद सीमा पर गतिरोध के बीच तनाव और बढ़ा

    असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने एक व्यक्ति की पड़ोसी राज्य में हिरासत में मौत के बाद गृहमंत्री अमित शाह को मिज़ोरम के साथ तनाव के मुद्दे पर पत्र लिखा है. बीते 17 अक्टूबर को असम के कछार ज़िले के लैलापुर गांव और मिज़ोरम के कोलासिब ज़िले के वैरेंगटे गांव के निवासियों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसके बाद से दोनों राज्यों में तनाव जारी है.

    गुवाहाटी/आइजोल: असम के कछार जिले के एक व्यक्ति की सोमवार को मिजोरम में हिरासत में मौत हो गई, जिससे पूर्वोत्तर के दोनों पड़ोसी देशों के बीच जारी तनाव और बढ़ गया. दोनों राज्यों में पहले से ही सीमा पर गतिरोध चल रहा है.मिजोरम के कोलासिब जिले के पुलिस अधीक्षक वनलालफाका रालते ने कहा कि मादक पदार्थों के कुख्यात तस्कर इंताजुल लस्कर (45) को एक नवंबर की शाम को उस वक्त गिरफ्तार किया गया था, जब वह अंतरराज्यीय सीमा पार करके नशीले पदार्थ की आपूर्ति करने आया था. बाद में उसकी अस्पताल में मौत हो गई.

    नार्थ ईस्ट नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि मृतक इम्तियाज अली, जिसे इंताजुल लस्कर भी कहा जाता है असम के कछार जिले के लैलापुर का निवासी था. उनके खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट (एनडीपीएस), 1985 की धारा 21 (ए) के तहत मामला दर्ज किया गया था.

    बहरहाल, असम पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि वह एक जंगली क्षेत्र से लापता हो गया है, जहां वह लकड़ियां इकट्ठी करने गया था और धोलाई थाने में मामला दर्ज किया गया है.

    अधिकारी ने कहा, ‘आज (सोमवार) सुबह हमें मिजोरम के कोलासिब जिले की पुलिस से पुष्टि हुई कि वह उनकी हिरासत में है. बहरहाल, दोपहर तक हमें बताया गया कि उसकी मौत हो गई.’

    रालते ने दावा किया कि इंताजुल वैरेंगटे में मादक पदार्थों की आपूर्ति करने गया था जब उसे यंग मिजो एसोसिएशन के स्वयंसेवकों ने पकड़ लिया और राज्य उत्पाद एवं नारकोटिक्स विभाग को सौंप दिया.

    अधिकारी ने कहा कि स्वयंसेवकों की पकड़ से भागने के प्रयास में उसके टखने में मामूली चोट आई थी.

    रालते ने कहा कि उसे वैरेंगटे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, क्योंकि अधिकारियों ने पाया कि वह काफी कमजोर है.

    मिजोरम के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार को 10:20 बजे उसकी मौत हो गई.

    असम पुलिस के अधिकारी ने घटना को लेकर मिजोरम पर उंगली उठाई और आरोप लगाया कि यह ‘हिरासत में मौत का स्पष्ट मामला है.’

    कछार के पुलिस अधीक्षक भंवर लाल मीणा ने रालते को पत्र लिखकर मामले की जांच का आग्रह किया है.

    उल्लेखनीय है कि बीते 17 अक्टूबर को असम के कछार जिले के लैलापुर गांव और मिजोरम के कोलासिब जिले के वैरेंगटे गांव के निवासियों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. जिसमें चार लोग घायल हो गए थे और भीड़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 20 अस्थायी झोपड़ियों और दुकानों को आग लगा दी थी.

    इस घटना के बाद असम, मिजोरम और केंद्र सरकार के अधिकारियों के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है. हालांकि दोनों राज्यों के बीच गतिरोध बरकरार है.

    हिंसा के बाद बीते 19 अक्टूबर को विश्वास बहाली के क्रम में दोनों राज्यों के अधिकारियों ने कछार जिले में आपस में बातचीत की थी. उसके बाद केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला की अध्यक्षता में 29 अक्टूबर को हुई मिजोरम और असम के मुख्य सचिवों की एक ऑनलाइन बैठक हुई थी, जिसमें सीमावर्ती क्षेत्रों सुरक्षा बलों की तैनाती पर चर्चा हुई थी.

    भल्ला ने दोनों मुख्य सचिवों से आग्रह किया था कि वे अपने-अपने सीमावर्ती क्षेत्रों से सुरक्षा बल हटा लें ताकि आसपास के इलाके में शांति बहाल हो सके.

    इस बीच मिजोरम के गृहमंत्री लालचामलियाना ने कहा था कि उनकी सरकार हालात सामान्य होने तक असम से लगी सीमा से अपने सुरक्षा बलों को नहीं हटाएगी.

    असम के कछार जिला प्रशासन के मिजोरम सरकार से सीमावर्ती इलाकों से अपने सुरक्षा बलों को हटाने के लिए कहा था. सीमा विवाद के बीच असम ने मिजोरम पुलिस पर अपने भू-भाग में बंकर जैसा ढांचा बनाने का आरोप लगाया है.

    मिजोरम के साथ तनाव के मुद्दे पर सोनोवाल ने अमित शाह को पत्र लिखा

    इधर, असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कछार जिले के एक व्यक्ति की पड़ोसी राज्य में हिरासत में मौत के बाद सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को मिजोरम के साथ तनाव के मुद्दे पर पत्र लिखा.

    आधिकारिक बयान में कहा गया कि सोनोवाल ने इंताजुल लस्कर की मौत पर दुख व्यक्त किया है, जिसका असम-मिजोरम सीमा पर कछार जिले के लैलापुर सीमा चौकी क्षेत्र से शरारती तत्वों ने अपहरण कर लिया था.

    इसमें कहा गया कि मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की है.

    बयान में कहा गया है, ‘असम-मिजोरम सीमा पर सिलसिलेवार विवाद के बाद मुख्यमंत्री सोनोवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को घटनाओं का ब्योरा भेजा.’

    इसमें हालांकि शाह को भेजे गए पत्र की विषयवस्तु का उल्लेख नहीं किया गया.

    नार्थ ईस्ट नाउ के मुताबिक घटना के बाद सोनोवाल ने मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ और पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंता को इलाके का दौरा करने और स्थिति का जायजा लेने का निर्देश दिया.

    बयान में कहा गया है, ‘मुख्यमंत्री सोनोवाल ने डिप्टी कमिश्नर, कछार जिले कीर्ति जल्ली से भी बात की और मौजूदा हालात का जायजा लिया.’

    सोनोवाल ने सीमा तनाव पर चिंता व्यक्त करते हुए पुलिस को सतर्क रहने और सीमा में शांति और कानून व्यवस्था भंग करने वाले कोशिशों को विफल करने के लिए कहा.

    मिज़ोरम के गृह सचिव ने मिज़ो नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया

    कथित तौर पर पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति मिजोरम के गृह सचिव लालबियाकसांगी ने क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच असम के अपने समकक्ष को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वह अपने राज्य में मिजो नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें.

    लालबियाकसांगी ने सोमवार को लिखे अपने पत्र में जीडी त्रिपाठी से आग्रह किया कि वह सुनिश्चित करें कि असम में रह रहे मिजो नागरिकों पर निहित स्वार्थ से प्रेरित तत्व कोई जवाबी कार्रवाई न करें.

    पत्र में उन्होंने कहा है, ‘मैं आपसे असम में रह रहे मिजो समुदाय के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करना चाहूंगा. साथ ही मिजोरम हाउस, सिलचर और रास्ते में फंसे अत्यधिक ज्वलनशील सामग्री से लदे ट्रकों और टैंकरों तथा कछार, करीमगंज और हैलाकांडी में स्थित राज्य के विभिन्न परिसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी आग्रह करना चाहूंगा.’

    सिलचर स्थित मिजोरम हाउस के संपर्क अधिकारी सैजिकपुल्ली ने कहा कि स्थिति अभी तक शांत है. हालांकि, कई मिजो नागरिक डर की वजह से असम छोड़कर मणिपुर के जिरिबाम चले गए हैं.

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