CAIT की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक इस दिवाली (Diwali 2021) खरीददारी के कई रिकॉर्ड टूटे हैं। देश में 1.25 लाख करोड़ रुपये का Business हुआ है। बीते एक दशक में ये खरीदारी का उच्चतम स्तर है।
बिजनेस डेस्क। कोरोना संकट (corona crisis) से राहत मिलने के बाद इस साल देश में लोगों ने धूम धड़ाके से दिवाली ( Diwali 2021) मनाई है। हिंदूओं के सबसे बड़े त्योहार पर देशवासियों ने खरीदी के सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। दिवाली के मौके पर देश में 1.25 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है। व्यापारिक संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने ये जानकारी शेयर की है। CAIT की इस रिपोर्ट के बाद निश्चित तौर पर आगे भी बाजार में सकारात्मक माहौल देखने को मिलेगा।
CAIT ने दी जानकारी
CAIT की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक इस दिवाली खरीददारी के कई रिकॉर्ड ध्वस्त हुए हैं। देश में 1.25 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है। बीते एक दशक में ये इस समय खरीदारी का ये रिकॉर्ड स्तर है। CAIT का ये आंकड़ा इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि, देश में कोरोनाकाल अभी खत्म नहीं हुआ है। मास्क और दूसरी सावधानियों को किनारे नहीं किया जा सकता है। वहीं CAIT ने कहा है कि इस दिवाली लोग बाजार करने घरों से बाहर निकले हैं, लोगों ने इस दौरान जमकर खरीददारी की है।
चीन से सामान ना खरीदें व्यापारी : CAIT
बता दें कि कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) चीनी सामान के खिलाफ लोगों को जागरुक करता रहता है, इस संगठन ने इस साल भी ये मुहिम चलाई थी। कैट ने कहा कि था कि बीते साल की तरह, इस साल भी कैट ने चायना प्रोडक्ट के बॉयकॉट करने के लिए लोगों से अपील की थी, ना केवल लोगों से आह्वान किया है बल्कि देश के कारोबारियों से भी चीन के प्रोडक्ट आयात नहीं करने के लिए कहा है। कैट का अनुमान है कि इससे चीनी व्यापारियों को तकरीबन 50,000
20 बड़ों शहरों में किया गया था सर्वे
कैट सचिव जनरल प्रवीण खंडेलवाल ने इस संबंध में कहा था कि की संस्था की रिसर्च विंग ने हाल ही में 20 बड़ों शहरों में इस मुहिम को लेकर सर्वे किया था। इस सर्वे में दावा किया गया है कि भारतीय व्यापारी या आयातकों ने चीनी निर्यातकों के साथ दिवाली के सामान, पटाखों या दूसरी किसी चीज का कोई भारी भरकम ऑर्डर नहीं किया है। संस्था के मुताबिक इस सर्वे में नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चैन्नई, लखनऊ, चंडीगढ़, रायपुर, नागपुर, जयपुर, भुवनेश्वर, अहमदाबाद, रांची, गुवाहाटी, पटना, भोपाल, जम्मू बेंगलुरू, हैदराबाद, मदुरै और पुडुचेरी शामिल हैं।